Poetry ममता सी कोमल, ज्वाला सी तेज़ – औरत Posted on March 8, 2020 by tanya garain थकान के आगे, चट्टान के पार, एक दुनिया है, जहाँ औरत रहती है। तुम लाख करो परेशान उसे, वो बलशाली है, इसलिए सहती है। उसकी…