Poetry ममता सी कोमल, ज्वाला सी तेज़ – औरत Posted on March 8, 2020 by tanya garain थकान के आगे, चट्टान के पार, एक दुनिया है, जहाँ औरत रहती है। तुम लाख करो परेशान उसे, वो बलशाली है, इसलिए सहती है। उसकी…
Poetry उठा तू शस्र आज ⚔️ Posted on August 11, 2019 by tanya garain उठा तू शस्त्र आज, जब दुश्मन न आये बाज। है डर तुझे किस बात का? है दिन का है या रात का? बस चल अपने…
Poetry Happy mother’s day ? Posted on May 12, 2019 by tanya garain मैं क्या लिखूं तेरे लिए कविता, तू तो सब जानती है न माँ। क्या समझाऊँ अपने मन की गीता, तू तो सब समझती है न…