Poetry कैसा है तुम्हारा विश्वास? Posted on January 22, 2024January 22, 2024 by tanya garain तुम्हारे मन में बस्ता कौन,किसकी तुम पूजा करो।किसकी पूजा को तुम धर्म कहो,किसकी अर्चना को विश्वास कहो।ये सब क्या तुम्हारा नहीं?ये पराया कैसे होने लगा…